उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद (सतेन्द्र राघव) : उत्तर प्रदेश सरकार में जहां एक तरफ भूमाफियाओं को या तो जमीनदोज कर दिया गया है या राज्य से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। वहीं अंदरूनी भू माफिया अभी शहरों में सक्रिय हैं। गाजियाबाद के थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक के बहरामपुर का एक मामला प्रकाश में आया है जहां पर बीजेपी पार्टी के समर्थक परिवार सपा के भूमाफिया गुंडो से परेशान होकर धर्म परिवर्तन और पलायन करने को मजबूर है। बातचीत करते हुए पीड़ित परिवार के मुखिया मांगे राम ने बताया कि वो और उनके पिताजी शुरू से ही बीजेपी पार्टी के समर्थक रहे हैं और सक्रिय सदस्य रहे हैं। 1986 में इंदिरा गांधी की सरकार में नसबंदी अभियान के तहत उनकी माता ओमवती को एक 150 गज का प्लॉट आवंटन हुआ था जिसमें लगातार पीड़ित परिवार का अपना कब्जा था। मगर जब उत्तरप्रदेश में सपा सरकार राज्य में आई। उसके बाद से कुछ भूमाफिया इस क्षेत्र में सक्रिय हुए और सपा पार्टी के पदाधिकारी बनते हुए लगातार इस प्लॉट पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे। 2015 से लगभग 9 साल बीत गए हैं। पीड़ित मांगेराम लगातार थाने चौकी, तहसील, डीएम ऑफिस, एसएसपी और पुलिस कमिश्नर के चक्कर लगाकर थक चुके हैं। जहां पर इनको न्याय नहीं मिला। इसके बाद से लगातार वह माफियाओं की तरफ से परिवार को खत्म करने की धमकी भी लगातार मिल रही है। ऐसे में आहत होकर पूरा परिवार अब धर्म परिवर्तन और पलायन करने को मजबूर है। ऐसे में बीजेपी पार्टी को सोचने की जरूरत है। जहां एक तरफ बीजेपी सदस्य अभियान चलाकर लोगों को बीजेपी पार्टी के कार्य दिखाकर जोड़ा जा रहा है। वहीं एक पुराना बीजेपी समर्थक परिवार धर्म परिवर्तन करने को मजबूर है और न्याय की गुहार लगाते हुए दर-दर की ठोकर खा रहा है। अपनी जान और परिवार की जान को खतरा देखते हुए भय के माहौल में जी रहा हैं।
भूमाफियों के आतंक से परेशान बीजेपी समर्थक परिवार पलायन ओर धर्म परिवर्तन करने को मजबूर