उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद (सतेन्द्र राघव) : ग़ाज़ियाबाद -: जब अपने ही हाथों बुन लिया जाए अपहरण का मायाजाल, तो सच की रोशनी छल के तमाम रंगों को फीका कर देती है। स्वॉट टीम ट्रांस हिंडन जोन और थाना कौशाम्बी पुलिस ने एक बेहद अनोखे प्रकरण को उजागर किया, जिसमें रोहित पुत्र श्री कृष्ण गोपाल ने अपने ही परिवार से फिरौती ऐंठने के लिए खुद का अपहरण करवा लिया।
परिवार के बीच छल का ताना-बाना:
सोमवार की वो घड़ी, जब रोहित की बहन के व्हाट्सएप पर एक चित्र आया—जिसमें रोहित को अचेत अवस्था में कुर्सी पर बंधक बना दिखाया गया। इसके साथ ही एक लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई। परिवार के लिए यह एक डरावना सपना बन गया, लेकिन पुलिस ने अपनी सतर्कता का परिचय देते हुए मामले की तह तक पहुँचने में देरी नहीं की।
पुलिस की चतुराई और साजिश की परतें:
सर्विलांस और मैनुअल इनपुट की मदद से पुलिस ने लखनऊ के लाटूर रोड नाका हिंडोला से रोहित पुत्र श्री कृष्ण गोपाल को ढूंढ निकाला। जब पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की, तो सच्चाई की परतें खुलीं। रोहित ने खुद ही यह फोटो खींचकर अपनी बहन को भेजा था और फिरौती की मांग की थी।
क्रिप्टो की मोह माया और लालच का नतीजा:
रोहित ने पुलिस को बताया कि उसने 23 अगस्त 2024 को सन क्रिप्टो एप्प पर बिटकॉइन खरीदने के लिए 24,000 रुपये निवेश किए थे। लेकिन जब उसे लगा कि क्रेडिट स्कोर बढ़ाए बिना इन पैसों को निकालना मुश्किल है, तो उसने 60,000 रुपये और जुटाने की साजिश रची। इसी लालच में उसने अपने परिवार से फिरौती मांगने का नाटक किया।
पुलिस की सूझबूझ, और अपराध का पटाक्षेप:
स्वॉट टीम ट्रांस हिंडन जोन और थाना कौशाम्बी पुलिस ने रोहित पुत्र श्री कृष्ण गोपाल को गिरफ्तार कर लिया, और अब उसे कानून के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। पुलिस की सूझबूझ ने एक भयानक साजिश का अंत कर दिया।