उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद (डेस्क) : जनपद गाजियाबाद के नगर कोतवाली क्षेत्र में धर्मांतरण का ढोंग रचाकर युवती से शादी की। फिर बेटी होने पर उसका सुन्नत कराकर अपने धर्म के हिसाब से नाम रखने का मामला सामने आया हैं। पीड़िता की मां ने थाने में युवक अबदुर्रहमान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कार्यवाही की मांग की। आपको बता दें कि पीड़िता की मां ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि उनकी बेटी नोएडा सेक्टर-71 में रहती थी। वहां उसकी मुलाकात मेरठ के मवाना निवासी अब्दुर्रहमान से हुई। पीड़िता की मां ने आरोप लगाते हुए बताया कि अब्दुर्रहमान ने शुरुआत में उनकी बेटी को जाल में फंसाने की कोशिश की लेकिन युवती उसके झांसे में नहीं आई। तो आरोपी ने 17 नवंबर 2017 को उनकी बेटी को उसी के फ्लैट में जला दिया। परिजनों को चार दिन बाद सूचना मिलने पर उन्होंने बेटी को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया। उनकी बेटी 28 फीसदी जल गई थी। इसके बाद बेटी ने पुलिस को बयान दिया था कि बेहोश करने के बाद उसे जलाया गया लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। इसके बाद 2018 में आरोपी अब्दुर्रहमान उनकी बेटी को गाजियाबाद ले आया और धर्म परिवर्तन का ढोंग रचाकर उसने आर्य समाज मंदिर और हिंदू महासभा के जरिए शादी का पंजीकरण करा दिया। पीड़िता की मां का कहना हैं कि हिंदू विशेष विवाह अधिनियम के तहत अगर अलग-अलग धर्म के युवक-युवती विवाह करते हैं तो उसमें माता-पिता को सूचित करना अनिवार्य होता है लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
युवती की बेटे का सुन्नत कराने का आरोप
महिला ने बताया कि उनकी बेटी ने 2021 में एक बेटे को जन्म दिया। अब्दुर्रहमान ने धर्म परिवर्तन करने के बावजूद बेटे का इस्लाम धर्म के मुताबिक सुन्नत कराया और उसका नाम अली रख दिया। इसके बाद आरोपी और उसका बेटा मेरठ में रह रहे हैं। आरोपी अब्दुर्रहमान वहां पर अपने सार धार्मिक रीति-रिवाज इस्लाम धर्म के तहत कर रहा हैं और बेटी का उत्पीड़न कर रहा हैं।
मामले में पुलिस से शिकायत की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसके बाद महिला ने मुख्यमंत्री से मामले में गुहार लगाई गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। डीसीपी नगर राजेश कुमार ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच की जा रही हैं।