तीन वर्षीय बच्चे के कुत्ते काटने से मौत, सपने में दिखने लगे थे सांप और छिपकली



उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद (डेस्क) : जनपद गाजियाबाद के भोजपुर ब्लॉक के क्षेत्र में स्थित गांव बढायला में कुत्ते के काटने से तीन वर्षीय बच्चे की रेबीज फैलने के कारण मौत हो गई जिससे परिवार में कोहराम मचा है और आवारा कुत्ते होने की वजह से गांव में दहशत बनी हुई है। आपको बता दें कि गांव बढायला का रहने वाला शिवकुमार का तीन वर्षीय पुत्र नित्यांश 25 जून की शाम घर के बाहर खेल रहा था। इसी बीच एक कुत्ते ने नित्यांश पर हमला कर दिया और उसके मुँह और सीने पर बुरी तरह से काट लिया जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचकर नित्यांश को कुत्ते से छुड़ाया और मोदीनगर स्थित निजी अस्पताल ले गए। जहां पर उसको इंजेक्शन रेबीज वैक्सीन और इम्यूनोग्लोबिन रेबीज सीरम लगाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद परिजन बच्चे को लेकर घर आ गए। इसके बाद एंटी रेबीज की द्वितीय व तृतीय डोज  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोजपुर पर लगाई गई। उसके बाद 18 जुलाई को नित्यांश को सपने में सांप और छिपकली आदि दिखाई देने लगे जिसके बाद 19 जुलाई को स्वजन नित्यांश को लेकर मोदीनगर के निजी अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसकी हालात देखते हुए मेरठ के लिए रेफर कर दिया। मेरठ के एक अस्पताल में चिकित्सकों ने इलाज के दौरान देखा कि बच्चे के जहां कुत्ते ने काटा है। वहां से खून निकल रहा है और उसके मुंह से झाग भी आ रहे थे। बच्चा पानी देखकर भी डर रहा था और उसके गले की आवाज भी बदल गई। कुछ देर बाद जब बच्चे की हालत बिगड़ने लगी तो रेबीज मानते हुए उसे दिल्ली एम्स के लिए रेफर कर दिया। एम्स में चिकित्सकों ने रेबीज मानते हुए उपचार से इंकार कर दिया जिसके बाद स्वजन बच्चे को लेकर घर आ रहे थे। तभी रास्ते में बच्चे की मौत हो गई। जिससे देख परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। फिजिशियन जिला एमएमजी अस्पताल डॉ. संतराम वर्मा में बताया कि कुत्ता काटने के 24 घंटे के भीतर ही एंटी रेबीज वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगती है तो रेबीज फैलने की संभावना रहती है। समय से वैक्सीन लगवाने पर 99 प्रतिशत रेबीज की सम्भावना नहीं होती है।