- देश में लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ा
- अगले एक सप्ताह होगी ज्यादा सख्ती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार आज देश को संबोधित करते हुए ऐलान किया लॉकडाउन की अवधि को तीन मई (3 May) तक बढ़ाया जा रहा है। तीन मई तक सभी को लॉकडाउन (Lockdown) में ही रहना होगा। इस दौरान अनुशासन का उसी तरह पालन करना है जिस तरह करते आ रहे हैं और इस बार सख्ती का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
कठोरता बढ़ाई जाएगी:
पीएम मोदी ने कहा स्थानीय स्तर पर कोरोना का एक भी मरीज बढ़ता है तो ये बेहद चिंता की बात है और मौत होने पर ये चिंता और बढ़नी चाहिए। हॉटस्पॉट (Hotspot) को इंगित करके पहले से भी ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। जिन स्थानों के हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका है वहां कठोर कदम उठाने होंगे। नए हॉटस्पॉट का बनना परिश्रम को और चुनौती देगा और संकट पैदा करेगा। अगले एक सप्ताह कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता बढ़ाई जाएगी।
550 केस के दौरान ही कर दिया लॉकडाउन:
इसी के साथ पीएम ने कहा कि अन्य देशों के मुकाबले भारत ने अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए है जिसके देशवासी साक्षी और सहभागी हैं। जब एक भी केस देश में नहीं था तभी कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले लोगों की स्क्रनिंग शुरु कर दी थी। 100 संख्या होने से पहले ही आने वाले यात्रियों के लिए 14 दिन का आईसोलेशन (Isolation) अनिवार्य कर दिया था और मॉल (Mall) को बंद कर दिया था। जब देश में 550 केस थे तभी भारत ने 21 दिन के लॉकडाउन का एक बड़ा कदम उठाया और समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया।
कई देशों में 25 गुना बढ़े मामले:
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना एक ऐसा संकट है जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं है लेकिन कुछ सच्चाई को हम नकार नहीं सकते। दुनिया के बड़े-बड़े देशों की तुलना में भारत आज बेहद संभली हुई स्थिति में हैं। महीने भर पहले ये देश कोरोना संक्रमण के मामले में भारत के बराबर खड़े थे। आज उन देशों में कोरोना संक्रमण के मामले 25 गुना ज्यादा बढ़ गए हैं और हज़ारों लोगों की मौत हो चुकी है।
सोशल डिस्टेंसिंग से बड़ा लाभ मिला:
पीएम ने कहा कि बीते दिनों के अनुभवों से यह साफ है कि जो रास्ता भारत ने चुना है वहीं सही है। सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) और लॉकडाउन का बहुत बड़ा लाभ देश को मिला है। अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो ये महंगा ज़रुर है और बड़ी कीमत चुकाई है लेकिन भारत वासियों के आगे इसकी कोई कीमत नहीं है। देश की राज्य सरकारों ने इसमें ज़िम्मेदारी के साथ कार्य किया है। सभी ने 24 घंटे कार्य किया है। इनसभी प्रयासों के बीच कोरोना जिस तरह फैल रहा है उसने सरकारों को स्वास्थ्य विशेषज्ञों को सतर्क कर दिया है। भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई आगे कैसे बढ़ें और किस तरह विजयी हों, समस्या कम कैसे हो इसे लेकर राज्यों के साथ चर्चा की है। जिसमें सभी का सुझाव आया कि लॉकडाउन बढाया जाए।
20 अप्रैल को इन बिंदुओं पर मिल सकती है छूट:
भारत में लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ाया जा चुका है। तीन मई तक सभी को लॉकडाउन में ही रहना होगा। इस दौरान अनुशासन का उसी तरह पालन करना है जिस तरह करते आ रहे हैं। अगले एक सप्ताह तक कठोरता बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर कस्बे, थाने, जिले, राज्य को बड़ी बारीकि से परखा जाएगा कि वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है और खुद को कोरोना से कितना बचाया है इसका मूल्यांकन किया जाएगा। जो क्षेत्र इस अग्निपरिक्षा में सफल होंगे और कोरोना के मामले बढ़ने नहीं देंगे वहां 20 अप्रैल से ज़रूर चीज़ों की अनुमति दी जा सकती है जो शर्त के साथ होगी। इस दौरान बाहर निकलने के नियम बेहद सख्त होंगे। नियम अगर टूटते हैं और कोरोना का पैर इलाके में पड़ता है तो सारी अनुमति वापस ले ली जाएगी। लापरवाही नहीं करनी है। बुधवार को इस मामले में एक विसतृत जानकारी जारी की जाएगी।
देश में दवा और ज़रुरी चीज़ों का पर्याप्त भंडार:
देश में दवा और ज़रुरी चीजों का पर्याप्त भंडार है और सप्लाई चेन पर कार्य किया जा रहा है। आज भारत में जहां एक लैब थी वहां आज 220 से ज्यादा लैब टेस्टिंग का कार्य कर रही है। भारत में आज एक लाख से ज्यादा बैड की व्यवस्था है और 600 से ज्यादा ऐसे अस्पताल हैं जो कोविड़ के लिए जंग लड़ रहे हैं।